Bihar Board Class 8 Science Chapter 8 notes– हमारे विशेषज्ञों की मदद से तैयार किए गए ये कक्षा 8वी विज्ञानं “दाब और बल का आपसी संबंध” का समाधान जिसमे गलती होने की संभावना कम है. इस लेख को अंत तक पढ़ने के बाद, आप अपने आगामी परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकते है ||

ये नोट्स NCERT एवं SCERT बिहार पाठ्यक्रम पर बनाए गए हैं। जो बिहार बोर्ड कक्षा 8 वीं की परीक्षा के नजरिए से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस लेख “दाब और बल का आपसी संबंध – Bihar Board Class 8 Science Chapter 8 notes ” को पढ़कर आप विज्ञान की परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला सकते है |
Bihar Board Class 8 Science Chapter 8 notes – दाब और बल का आपसी संबंध
दाब (Pressure) और बल (Force) विज्ञान के महत्वपूर्ण अवधारणाएँ हैं, जो हमारे दैनिक जीवन में व्यापक रूप से उपयोग होती हैं। इन दोनों का आपसी संबंध और इनका कार्य करने का तरीका हमें कई प्राकृतिक और मानव निर्मित प्रक्रियाओं को समझने में मदद करता है। इस लेख में, हम दाब और बल के बीच के संबंध, इनके प्रकार, और उनके उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे।
बल (Force) क्या है?
बल वह क्रिया है जो किसी वस्तु को गति देने, रोकने, उसकी दिशा बदलने या उसके आकार को परिवर्तित करने का कार्य करता है। बल का मात्रक न्यूटन (Newton) होता है और इसे F द्वारा दर्शाया जाता है।
बल के प्रकार
- संपर्क बल (Contact Force): यह बल तब उत्पन्न होता है जब दो वस्तुएं एक-दूसरे के संपर्क में आती हैं। उदाहरण: घर्षण बल (Frictional Force), तनाव बल (Tensile Force), सामान्य बल (Normal Force)।
- असंपर्क बल (Non-contact Force): यह बल तब उत्पन्न होता है जब वस्तुएं एक-दूसरे के संपर्क में नहीं होतीं। उदाहरण: गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force), विद्युत बल (Electric Force), चुंबकीय बल (Magnetic Force)।
दाब (Pressure) क्या है?
दाब वह बल है जो किसी सतह पर एकाई क्षेत्रफल पर लगता है। इसे P द्वारा दर्शाया जाता है और इसका मात्रक पास्कल (Pascal) होता है।
दाब का सूत्र:- दाब का गणितीय सूत्र निम्नलिखित है:

यहाँ, 𝑃= दाब, F = बल A = क्षेत्रफल दाब और बल का आपसी संबंध
दाब और बल का आपसी संबंध उनके गणितीय सूत्र से स्पष्ट होता है। जब किसी सतह पर एक निश्चित क्षेत्रफल पर बल लगाया जाता है, तो वह दाब उत्पन्न करता है। अगर क्षेत्रफल छोटा होगा और बल अधिक होगा, तो दाब अधिक होगा और इसके विपरीत भी सही है।
विभिन्न परिस्थितियों में दाब का प्रभाव
- तरल पदार्थों में दाब: तरल पदार्थों में दाब सभी दिशाओं में समान रूप से कार्य करता है। यह गहराई के साथ बढ़ता है। उदाहरण: समुद्र की गहराई में दाब अधिक होता है।
- गैसों में दाब: गैसों में दाब भी सभी दिशाओं में समान रूप से कार्य करता है। यह तापमान और आयतन के साथ बदलता है। उदाहरण: गाड़ी के टायर में हवा का दाब।
- ठोस पदार्थों में दाब: ठोस पदार्थों में दाब मुख्यतः सतह के क्षेत्रफल पर निर्भर करता है। उदाहरण: किसी नुकीली वस्तु का सतह पर दबाव डालना।
दाब के उपयोग: – दाब का उपयोग हमारे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में होता है। यहाँ कुछ प्रमुख उपयोग दिए गए हैं:
- हाइड्रोलिक सिस्टम: हाइड्रोलिक सिस्टम में तरल पदार्थों के दाब का उपयोग करके भारी वस्तुओं को उठाया जाता है। उदाहरण: हाइड्रोलिक लिफ्ट, हाइड्रोलिक ब्रेक।
- वायवीय सिस्टम (Pneumatic Systems): वायवीय सिस्टम में गैसों के दाब का उपयोग किया जाता है। उदाहरण: वायवीय ब्रेक, वायवीय ड्रिल।
- चिकित्सा उपकरण: विभिन्न चिकित्सा उपकरणों में दाब का उपयोग किया जाता है। उदाहरण: रक्तचाप मापक यंत्र (Blood Pressure Monitor), सर्जिकल उपकरण।
- रोज़मर्रा की जिंदगी: दाब का उपयोग विभिन्न घरेलू उपकरणों और गतिविधियों में होता है। उदाहरण: पानी की टंकी में पानी का दाब, गाड़ी के टायर में हवा का दाब।
बल और दाब के प्रयोग:- बल और दाब के संबंध को समझने के लिए कई प्रयोग किए जा सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण प्रयोग दिए गए हैं:
- बल और क्षेत्रफल का संबंध: एक लकड़ी के टुकड़े पर विभिन्न आकार की वस्तुएं रखें और देखें कि किस वस्तु का प्रभाव अधिक है। इससे पता चलेगा कि कम क्षेत्रफल पर अधिक बल का दाब अधिक होता है।
- हाइड्रोलिक सिस्टम का प्रयोग: एक सरल हाइड्रोलिक सिस्टम बनाएं और विभिन्न बलों को विभिन्न क्षेत्रफलों पर लागू करके देखें कि किस प्रकार दाब उत्पन्न होता है।
- तरल पदार्थों में दाब का मापन: एक बर्तन में पानी भरें और विभिन्न गहराइयों पर दाब मापने वाले उपकरण का उपयोग करके दाब का मापन करें। इससे पता चलेगा कि गहराई के साथ दाब कैसे बदलता है।
निष्कर्ष
दाब और बल के बीच का संबंध वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये दोनों अवधारणाएँ न केवल हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में भी अत्यंत उपयोगी हैं।
दाब और बल के अध्ययन से हमें यह समझने में मदद मिलती है कि किस प्रकार वे विभिन्न परिस्थितियों में कार्य करते हैं और हमें उनके उपयोग के विभिन्न तरीकों के बारे में जानकारी मिलती है। इन दोनों के बीच का आपसी संबंध हमें प्राकृतिक घटनाओं को समझने और नई तकनीकों का विकास करने में सहायता करता है।
आशा है कि इस लेख से आपको दाब और बल के आपसी संबंध के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई होगी और आप इन अवधारणाओं को अपने दैनिक जीवन में पहचान सकेंगे।